कूलॉम के नियम के अनुसार दो बिंदु आवेश q1 & q2 के मध्य लगने वाला विद्युत बल दोनों के परिमाण के गुणनफल के समानुपाती तथा उनके बीच की दूरी(r )के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है।यह बल आवेशो को मिलाने वाले रेखा के अनुदिश होता है|
आवेश धनात्मक या ऋणात्मक कुछ भी हो सकता है अतः आवेशों के परिमाण को |q1| & |q2| में प्रयोग किया गया है।
है
हम जानते हैं कि बल सदिश राशि है इसलिए हम कूलॉम के नियम का सदिश रूप में लिखा जा सकता हैं,माना दो आवेश q1 & q2 है तथा दोनों की प्रकृति समान है
अब हम चित्र से स्पष्ट करेंगे
q1 आवेश के कारण q2 पर क्रियाशील विद्युतीय बल
पुनः
q2 आवेश के कारण q1 पर क्रियाशील बल
(B से A की और) समीकरण (1) और (2) से दोनों बल का परिमान समान है दिशा विपरीत है|
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