1.आवेश का वह न्यूनतम मान ( मुल आवेश) जिसका आदान- प्रदान प्रकिया मे उपयोग किया जाता है, उसे उस भौतिक राशि का क्वांटम तथा इस प्रक्रिया को आवेश का क्वांटीकरण कहते हैं|
मुल आवेश (कूलॉम्ब में)=e= 1.6×10−19 C
2. किसी भी आवेश को अनिशिचत रूप में विभाजित नहीं की जा सकती है, इसके न्यूतम मान को मौलिक आवेश कहा जाता है, इस क्रिया को विधुत आवेश का क्वांटीकरण कहा जाता है|
3. आवेश का वह न्यूनतम मान (e) जिसका आदान-प्रदान प्रक्रिया में उपयोग किया जा सकता है उसे उस भौतिक राशि का क्वाण्टम तथा इस प्रक्रिया को क्वांटीकरण कहते है। आवेश का स्थानांतरण e के गुणज के रूप में होता है तथा न्यूनतम मान 1e होता है। उदाहरण : ... एक समान वेग से गतिशील आवेश वैधुत क्षेत्र तथा चुंबकीय क्षेत्र दोनों उत्पन्न करता है।
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